आज सोमवती अमावस्या है और जानिए उसका महत्व


आज सावन का तीसरा सोमवार है और साथ ही सोमवती अमावस्या के साथ हरियाली अमावस्या का विशेष संयोग बना है।सोमवती अमावस्या के दिन नदी पर स्नान करने का  विशेष  महत्व है।आज के दिन लोग नदी और कुंड मे स्नान करते है,और शिव जी को दूध और जल के साथ बिलपत्र चढ़ाते है।आज के दिन पीपल के पेड़ की भी पूजा की जाती है,क्योंकि पीपल के पेड़ पर ब्रह्म विष्णु और महेश का वास होता है।पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने से शनिदोष का भी निवारण होता है।सोमवती अमावस्या के दिन माता लक्ष्मी की भी आराधना करने से घर की दरिद्रता का नाश होता है।आज के दिन अपने अपने पितरों को भी याद किया जाता है और उनकी पूजा की जाती है जिससे पितरों का आश्रीवाद भी बना रहता है।सोमवती अमावस्या के दिन बहुत से लोग दान पुण्य भी करते है।गरीबो को खाना खिलाया जाता है,गायों को चारा और पक्षियों को दाना डाला जाता है।
हरियाली अमावस्या को प्रकति के संरक्षण के लिए जनता को जागरूक बनाने के लिए पूरे उत्तर भारत मे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।कई जगहों पर मेलो का आयोजन भी होता है।इस दिन कई लोग अपने अपने घरों पर और सार्वजनिक स्थानों पर पेड़ लगाते है।इस दिन लोग प्रकति को हरा दर्शाने के उद्देश्य से हरे वस्त्र पहनते है और घरों मे मालपुए बनाये जाते है।हरियाली अमावस्या को एक त्योहार की तरह बहुत ही हंसी ठिठौली के साथ मनाया जाता है।

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