भक्ति की महिमा- सेनजी महाराज के जीवन का सच

सेन भक्त के जीवन का सच बहुत समय पहले एक सेन जी महाराज नाम के व्यक्ति थे।सेन जी महाराज एक राजा के दरबार मे नोकरी करते थे।वो जाती के नाई थे,इसलिए राजा के बाल और नाखून काटते थे।उनका उबटन करके उन्हें नहलाने का काम करते थे।सेन जी महाराज श्री कृष्ण के भक्त थे।वो गृहस्थ जीवन मे रहकर भी नित्यप्रति अपने भगवान के भजन और सुमिरन किया करते थे।वो सुबह सूर्य उगने से पहले उठ जाते थे और अपने नित्य कार्य से निवृत होकर श्री कृष्ण की पूजा आराधना करते थे।उसके बाद ही वो अपनी नोकरी पर निकल जाते थे। एक दिन की बात है,रोज की तरह ही सेन जी महाराज अपनी पूजा भक्ति के कार्य निपटा कर राजा के यहाँ जा रहे थे कि रास्ते मे एक साधु संतों की भजन मंडली मिल गई जो बहुत ही अच्छे भजन गा रहे थे।सेन जी महाराज उन भजनों को सुनकर अपने आप को रोक नहीं पाए और खुद भी उस मंडली मे शामिल होकर भजन गाने लगे।वो भजनों मे इतने मग्न हो गए कि,उन्हें ये भी याद नहीं रहा कि राजा के यहाँ काम करने जाना है। अपने भक्त को इतना भक्ति मे डूबते हुए देखकर श्री कृष्ण स्वयं सेन जी महा...